हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां पधर क्षेत्र के एक सेवानिवृत्त अधिकारी से ठगों ने एक करोड़ रुपये की ठगी कर ली। साइबर अपराधियों ने कस्टम ड्यूटी चुकाने और दूतावास कर्मी का झांसा देकर यह ठगी की। शिकायतकर्ता ने बताया कि सोशल मीडिया के जरिए उनकी पहचान एक विदेशी महिला से हुई, जिसने उन्हें एक महंगा उपहार भेजने की बात कही।
इसके बाद, कस्टम ड्यूटी के नाम पर करीब 20 लाख रुपये वसूले गए। इसके बाद, खुद को दूतावास का कर्मचारी बताने वाले एक शख्स ने 20 लाख रुपये वापस दिलाने का झांसा देकर 80 लाख रुपये और ऐंठ लिए। शिकायत पर मंडी साइबर क्राइम पुलिस थाना ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस की अपील
डीजी सीआईडी एसआर ओझा ने सभी नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि साइबर ठगी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। यदि किसी प्रकार की धोखाधड़ी का शिकार हों, तो तुरंत 1930 पर संपर्क करें या नजदीकी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराएं।
निवेश के नाम पर भी बढ़ रही ठगी
ठगी के मामलों में निवेश के नाम पर भी बड़ी संख्या में सेवानिवृत्त अधिकारी और कर्मचारी निशाना बन रहे हैं। कम समय में ज्यादा मुनाफे का लालच देकर ठग लोग बड़ी रकम ऐंठ लेते हैं। सोशल मीडिया ग्रुप्स के जरिए इस प्रकार की धोखाधड़ी की जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि निवेश करने से पहले सभी दस्तावेजों और प्रक्रिया की गहन जांच करना बेहद जरूरी है।
पिछले ठगी के मामले
- हमीरपुर के एक सेवानिवृत्त अधिकारी से 73 लाख रुपये की ठगी।
- मंडी के एक सेवानिवृत्त अधिशाषी अभियंता से शेयर खरीदने के नाम पर 20 लाख रुपये ठगे गए।
- मई 2024 में मंडी साइबर थाना में स्टॉक मार्केट में निवेश के नाम पर 1.97 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी।
- कुल्लू में चाइल्ड पॉर्नोग्राफी का झांसा देकर 36.50 लाख रुपये की ठगी।
सतर्कता के उपाय
- सोशल मीडिया पर अनजान लोगों से संपर्क से बचें।
- बिना ऑर्डर पार्सल की जानकारी मिलने पर सतर्क रहें।
- कस्टम विभाग कभी फोन पर शुल्क की मांग नहीं करता।
- निजी जानकारी साझा करने से बचें।
- धोखाधड़ी का शिकार होने पर 1930 पर कॉल करें या पुलिस को सूचित करें।